इंटरनेट की उपयोगिता आज का युग विज्ञान का युग है । वैज्ञानिक उपलब्धियों ने मनुष्य के जीवन को एक नई दिशा प्रदान की है । विज्ञान के प्रयोग से अनेक असंभव लगने वाली बातों को उसने संभव कर दिखाया है ।
जिस चंद्रमा को हम देवता का स्वरूप मानते थे उसी चंद्रमा पर अपनी विजय पताका फहराकर उसने अनेक भ्रांतियों को समाप्त कर दिखाया है । विज्ञान की खोजों ने मनुष्य को अनेक अद्भुत उपकरण प्रदान किए हैं । प्रतिपल नई खोज व अनुसंधान जारी हैं । इंटरनेट की खोज भी मनुष्य की एक ऐसी असाधारण सफलता है जिसने उसकी कल्पनाओं की उड़ान को मानो पंख प्रदान कर दिए हैं । इंटरनेट के प्रयोग के लिए कंप्यूटर, टेलीफोन लाइन तथा मॉडेम जैसे उपकरणों की आवश्यकता पड़ती है । इंटरनेट के माध्यम से हम अपना कोई भी संदेश विश्व के किसी भी कोने में बैठे व्यक्ति को प्रसारित कर सकते हैं तथा साथ ही साथ उससे संदेश भी प्राप्त कर सकते हैं । इंटरनेट की स्वयं की अपनी एक दुनिया है । इसके द्वारा भेजा गया संदेश उपग्रहों द्वारा ग्रहण किया जाता है तत्पश्चात् पुन: तरंगों के माध्यम से गंतव्य स्थान पर भेजा जाता है । इंटरनेट में ‘ई-मेल’, ‘वेबसाइट’ तथा ‘वीडियो कांफ्रेंसिंग’ जैसे शब्द महत्वपूर्ण हैं । ‘ई-मेल’ का तात्पर्य है – ‘इलेक्ट्रानिक मेल’ अर्थात् इलेक्ट्रानिक उपकरणों के माध्यम से पत्राचार । इंटरनेट के माध्यम से व्यक्ति बहुत ही कम खर्चे में विश्व के किसी भी कोने में बैठे व्यक्ति से सीधा संपर्क स्थापित कर सकता है । कंप्यूटर के ‘कीं-बोर्ड’ की सहायता से वह उक्त व्यक्ति को अपनी बात कह सकता है तथा उसके द्वारा भेजे गए संदेश को कंप्यूटर के मॉनीटर की स्क्रीन अथवा पर्दे पर देख सकता है या उसे कागज पर मुद्रित कर सकता है । यह मनुष्य का दूर बैठे मनुष्य से सीधा संपर्क स्थापित करने के लिए सबसे त्वरित व कम खर्चे का विश्वसनीय साधन है । इसमें पत्रों की गोपनीयता भी पूरी तरह बनी रहती है । ‘वेबसाइट’ में किसी उत्पाद अथवा व्यापारिक अनुष्ठान का सचित्र वर्णन सुरक्षित रहता है । कोई भी व्यापारिक अनुष्ठान अथवा कार्यालय अपने उत्पाद अथवा व्यापार संबंधी अन्य लेखे-जोखे की वेबसाइट तैयार करवा सकता है । वह उसको इच्छित पहचान दे सकता है जिसके माध्यम से उपभोक्ता आसानी से उस कार्यालय, व्यापारिक अनुष्ठान व उससे संबंधित उत्पाद की पूरी जानकारी विश्व के किसी भी कोने में घर बैठे प्राप्त कर सकते हैं । इस प्रकार इंटरनेट के प्रयोग ने व्यापारिक क्षेत्र में एक क्रांति ला दी है । इंटरनेट के माध्यम से उपभोक्ता घर बैठे विश्व के किसी भी कोने से खरीदारी कर सकते हैं । वे इंटरनेट के द्वारा वांछित वस्तु को मँगवा सकते हैं । सभी छोटे-बड़े प्रमुख कार्यालयों व व्यापारिक अनुष्ठानों में इंटरनेट धीरे-धीरे अपनी जगह बनाता जा रहा है । बढ़ती प्रतिस्पर्धा को देखते हुए बाजार में रहने के लिए इंटरनेट जैसी आधुनिक सुविधाओं का होना अनिवार्य हो गया है । समाचार-पत्र, रेडियो, दूरदर्शन की खबरें आदि संचार के अन्य साधन भी इंटरनेट से जुड़ गए हैं ताकि उपभोक्ताओं को अधिकतम संतुष्टि प्रदान की जा सके । इंटरनेट व्यापार के क्षेत्र के साथ ही साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी बहुत उपयोगी सिद्ध हो रहा है । विश्व के महानतम लेखकों की पुस्तकों के अंश व शिक्षा जगत् की नवीनतम जानकारियाँ इंटरनेट के माध्यम से घर बैठे प्राप्त की जा सकती हैं । शिक्षा में कानून, चिकित्सा, इंजीनियरिंग आदि से संबंधित समस्त जानकारियाँ इंटरनेट के माध्यम से प्राप्त की जाती हैं । इंटरनेट के नवीनतम संस्करण में अब आवाज को भी जोड़ दिया गया है । अब ई-मेल के माध्यम से एक ओर से दूसरी ओर तक बात की जा सकती है वह भी केवल स्थानीय खर्च पर । इससे विश्व में संचार के क्षेत्र में क्रांति आने की संभावना अधिक प्रबल हो गई है । आजकल व्यक्ति अपनी सुविधानुसार इंटरनेट पर उपलब्ध सभी प्रकार की सूचनाओं में से इच्छित वस्तु का उपयोग कर सकता है । चिकित्सकों की राय ली जा सकती है, वायुयानों व रेलगाड़ियों से यात्रा के लिए टिकटों की बुकिंग कराई जा सकती है । इस प्रकार इंटरनेट ने आधुनिक जगत् में विश्व के समस्त देशों को और भी पास ला दिया है । संचार क्षेत्र आदि भी अधिक त्वरित, प्रभावी व विश्वसनीय हो गया है जिसने जीवन के समस्त क्षेत्रों को प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप में प्रभावित किया है । इंटरनेट वास्तविक रूप में मनुष्य की एक महान उपलब्धि है । इंटरनेट ने मनुष्य की कल्पनाओं की उड़ान को नए पंख प्रदान किए हैं । भारत में भी इसका प्रचार-प्रसार तीव्र गति से बढ़ रहा है । वह दिन दूर नहीं जब भारत के गाँवों को इंटरनेट के द्वारा जोड़ दिया जाएगा और भारत की प्रगति में दिन-दूनी रात चौगुनी वृद्धि हो सकेगी । -- 1. Webpage for this HindiSTF is : https://groups.google.com/d/forum/hindistf Hindi KOER web portal is available on http://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php/Portal:Hindi 2. For Ubuntu 14.04 installation, visit http://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php/Kalpavriksha (It has Hindi interface also) 3. For doubts on Ubuntu and other public software, visit http://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php/Frequently_Asked_Questions 4. If a teacher wants to join STF, visit http://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php/Become_a_STF_groups_member 5. Are you using pirated software? Use Sarvajanika Tantramsha, see http://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php/Why_public_software सार्वजनिक संस्थानों के लिए सार्वजनिक सॉफ्टवेयर --- You received this message because you are subscribed to the Google Groups "HindiSTF" group. To unsubscribe from this group and stop receiving emails from it, send an email to hindistf+unsubscr...@googlegroups.com. 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